पटना निगरानी ब्यूरो ने सभी जिलों को निर्देश दिया है कि वैसे सभी नियोजित शिक्षकों को गिरफ्तार करें, जिनके खिलाफ एफआईआर दर्ज है। प्राथमिकी में नामजद बनाए गये ये शिक्षक अभी कहां हैं और अब तक इनकी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है, इसका विवरण भी मांगा है। इस मामले को लेकर निगरानी ने पुलिस मुख्यालय को भी पत्र लिखकर सभी जिलों को नामजद फर्जी शिक्षकों को गिरफ्तार करने से संबंधित आदेश जारी करने का अनुरोध किया है। सभी जिलों में निगरानी ने जांच के दौरान फर्जी सर्टिफिकेट पर बहाल शिक्षकों पर मुकदमा दर्ज कराया है। यह प्रक्रिया अब भी जारी है। लेकिन, इनमें कितने आरोपी शिक्षक गिरफ्तार किए गये हैं, इसकी सटीक सूचना जिलों से निगरानी को नहीं दी जाती है। इसके मद्देनजर निगरानी ब्यूरो ने कुछ दिनों पहले इससे संबंधित विस्तृत आदेश जारी किया है।
अब तक फर्जी शिक्षकों से संबंधित 1196 एफआईआर सभी जिलों में दर्ज कराई गई है, जिसमें 2401 शिक्षकों को आरोपी बनाया जा चुका है। इस महीने के अंतिम सप्ताह में निगरानी ब्यूरो के डीजी इस मामले को लेकर समीक्षा बैठक करने वाले हैं। अब तक की जांच में ऐसा कोई जिला नहीं हैं, जिसमें गड़बड़ी नहीं मिली है। कहीं कम कही ज्यादा, गड़बड़ी हर जिले में पाई गई है। अगर एफआईआर की संख्या के लिहाज से देखें, तो सबसे ज्यादा संख्या नालंदा में 79 है। वहीं, आरोपियों की संख्या के लिहाज से गया टॉप पर है। निगरानी ब्यूरो इस मामले की जांच 2015-16 से ही कर रहा है। इससे पहले भी कुछ फर्जी शिक्षकों पर कार्रवाई हुई थी, लेकिन इसकी जानकारी जिलास्तर पर ही है। वहां से मुख्यालय को इसकी जानकारी नहीं दी गई है।
सबसे ज्यादा फर्जी शिक्षक गया में
निगरानी ब्यूरो की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा गया जिला में 71 एफआईआर दर्ज की गयी है, जिसमें 218 आरोपी हैं। इसके बाद सारण में 42 एफआईआर और 170 आरोपी, मुंगेर में 44 एफआईआर में 142 आरोपी, जहानाबाद में 46 एफआईआर और 124 आरोपी, बेगूसराय में 46 में 136 आरोपी, भागलपुर में 17 में 113 आरोपी, सुपौल में 12 में 104 आरोपी, बांका में 39 में 101 आरोपी, अरवल में 43 में 87 आरोपी, नालंदा में 79 में 81, समस्तीपुर में 33 में 89 आरोपी, जमुई में 54 में 81 आरोपी, पटना में 36 में 67 आरोपी, पूर्णिया में 69 में 70, रोहतास में 36 में 74 आरोपी, खगड़िया में 31 में 72 आरोपी और गोपालगंज में 59 एफआईआर में 76 आरोपी बनाए गये हैं।
● पुलिस मुख्यालय को भी निगरानी ने लिखा पत्र- जिलों को इनकी गिरफ्तारी के लिए आदेश दे
● बोर्ड व विश्वविद्यालयों में प्राथमिक शिक्षकों के दो लाख से अधिक सर्टिफिकेट जांच के लिए लंबित
सभी जिलों को फर्जीवाड़े में नामजद शिक्षकों को गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई करने का आदेश दिया गया है। इसकी अपडेट रिपोर्ट भी मांगी गई है। पुलिस मुख्यालय से भी सभी जिलों को ऐसे शिक्षकों पर कार्रवाई करने से संबंधित आदेश जारी करने का अनुरोध किया गया है।
- आलोक राज, डीजी, निगरानी ब्यूरो
दोषी पाए जाने वाले शिक्षक होंगे बर्खास्त
फर्जी शिक्षकों से संबंधित मामले में शिक्षा विभाग पहले ही आदेश जारी कर चुका है कि जो भी शिक्षक निगरानी की जांच में गलत या उनकी बहाली फर्जी प्रमाण-पत्र पर पायी जाएगी, उन सभी को सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा। विभाग के स्तर पर ऐसे कुछ शिक्षकों पर कार्रवाई भी की गयी है। इसमें कुछ मामले कोर्ट में भी चल रहे हैं।
सबसे कम सहरसा में
सबसे कम गड़बड़ी सहरसा जिले में मिली है, यहां आरोपी और एफआईआर की संख्या एक है। अररिया में चार एफआईआर में चार आरोपी, सीवान में दोनों पांच-पांच और मधेपुरा में दोनों की संख्या आठ-आठ है।