मधुबन कोरोना के नये वेरिएंट मिलने के बाद से फिर से लोगों की चिंताएं बढ़ने लगी है। ऐसे में स्वास्थ्य महकमा एतिहात बरतने के लिए गाइडलाइन जारी किया है। तमाम कवायद और जागरूकता के बाद भी जिले में अबतक करीब 9.30 लाख लोग वैक्सीन से पूरी तरह वंचित हैं। इनलोगों को अबतक कोरोना से बचाव की वैक्सीन की एक भी डोज नहीं लगी है। आलम यह है कि जिले में पूरे चार माह से अधिक समय से वैक्सीन के अभाव में टीकाकरण नहीं हो रहा है।
जिला प्रतिरक्षण कार्यालय से मिली जानकारी के मुताविक अबतक 12 वर्ष से लेकर 60 वर्ष तक के ऊपर के करीब 56,64,012 लाख वैक्सीन की डोज लग चुकी है। मगर इनमें से बूस्टर डोज सिर्फ 4,52,882 लोगों को ही लगा है। खासकर 12 से लेकर 18 वर्ष तक के एक भी बच्चों को बूस्टर डोज नहीं लगा है। वहीं 18 वर्ष से 60 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 1665969 लोग बूस्टर डोज से वंचित रह गये हैं। जिले में 12 से 14 आयुवर्ग के 1,47,578 बच्चों को टीके की पहली डोज लग चुकी है। जबकि 87,010 बच्चों को दूसरी डोज भी लगायी जा चुका है। वहीं 15 से 17 आयुवर्ग के करीब 2,24,597 बच्चों को पहली एवं 148241 बच्चों को दूसरी डोज लग चुकी है। वहीं 18 वर्ष से अधिक उम्र के करीब 9,29,740 को पहली डोज एवं 8,43,195 को सेंकेड डोज लगी है।
बूस्टर डोज लेने में हेल्थ और फ्रंटलाइन वर्कर आगे कोरोना की बूस्टर डोज लेने के मामले में हेल्थ एवं फ्रंटलाइन वर्कर सबसे आगे हैं। हालांकि अन्य आयुवर्ग के लोग काफी पीछे चल रहे हैं। जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एसके विश्वकर्मा ने बताया कि 18006 हेल्थ वर्कर को बूस्टर डोज लगाने का लक्ष्य था, इनमें से 12626 को बूस्टर डोज ले चुके हैं। इसतरह लक्ष्य का 70 प्रतिशत अचीवमेंट हैं। वहीं फ्रंटलाइन वर्कर के 11843 लक्ष्य में से करीब 7825 लोगों ने ही बूस्टर डोज लिया। 18 से 59 आयुवर्ग के कुल लक्ष्य 1545985 में से 320073 लोगों ने ही बूस्टर डोज लिया है। 60 वर्ष से अधिक उम्र के 380140 लोगों के लक्ष्य में से 112358 लोगों को ही बूस्टर डोज लगा है।
कहते हैं अधिकारी
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ. एस के विश्वकर्मा ने बताया कि जिले में कुल आबादी करीब 58 लाख से अधिक है। इसके मुताबिक जिले में कुल 37,87,293 लोगों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया। इसमें से 28,57,028 लोगों को वैक्सीन लगायी जा चुकी है। वहीं बूस्टर डोज का 21,18,851 का लक्ष्य निर्धारित था, इसमें से सिर्फ 4,52,882 लोगों को बूस्टर डोज लगी है। फिलहाल वैक्सीन के अभाव में टीकाकरण चार माह से बंद है।