मधुबनी:यातायात नियमों का पालन कराने की जिम्मेवारी जिस पुलिस पर है,वही अगर ट्रैफिक नियमों का पालन न करे तो उसका चालान कौन काटेगा?
क्या ट्रैफिक कानून सिर्फ आम लोगों के लिए ही है क्या?
मधुबनी शहर में साहरघाट थाने की गाड़ी चला रहे ड्राइवर ने सीट बेल्ट नहीं बांधी है. ट्रैफिक नियम से ऊपर है क्या साहरघाट पुलिस?
आखिर,किस नैतिकता के आधार पर यही पुलिस आम लोगों द्वारा ट्रैफिक नियम का पालन नहीं करने पर जुर्माना लगाती है?