रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने के मामले में पूर्व रेल मंत्री लालू प्रसाद, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी समेत 14 लोगों के खिलाफ सीबीआई ने दिल्ली के साउथ एवेन्यू कोर्ट में चार्जशीट दायर कर दी है। लालू-राबड़ी के अलावा उनकी दो बेटियों मीसा भारती और हेमा यादव को भी सीबीआई ने अभियुक्त बनाया है। चार्जशीट दायर होने के बाद एक बार फिर लालू और उनके परिवार के सदस्यों की मुश्किलें बढ़नी तय मानी जा रही है।
लालू प्रसाद के रेल मंत्री रहते रेलवे में जमीन के बदले नौकरी देने का मामला सामने आया था। इस मामले में सीबीआई ने इसी वर्ष प्राथमिकी दर्ज करने के बाद छापेमारी की थी। पटना, गोपालगंज और दिल्ली में हुई छापेमारी के बाद जुलाई में लालू के खासमखास भोला यादव को गिरफ्तार किया गया था। हालांकि वह बाद में जमानत पर रिहा कर दिए गए। इसी मामले में पिछले दिनों सीबीआई ने राजद नेताओं के कई ठिकानों पर भी छापेमारी की थी।
लालू प्रसाद के रेलमंत्री रहते घोटाले का है आरोप
लालू प्रसाद के वर्ष 2004-2009 के रेल मंत्री के कार्यकाल में बगैर किसी विज्ञापन के कई लोगों को रेलवे में चतुर्थवर्गीय पद पर नौकरी दी गई। नौकरी देने के बदले उनके या परिवार के सदस्यों से जमीन लिखवाई गई। ये जमीन राबड़ी देवी, मीसा भारती, हेमा यादव और दिल्ली की एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के नाम पर 5 सेल डीड और 2 गिफ्ट डीड के जरिए हस्तांतरित की गई। जमीन का कुल रकवा 1,05,292 वर्गफूट है। सर्किल रेट के हिसाब से अभी इसकी कीमत 4,39,80,650 रुपए है। आरोप है कि जमीन देनेवालों को बदले में रेलवे के अलग-अलग जोन में नौकरी दी गई।