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बाटा चौक पर एक दुकान में तिलकुट खरीदते लोग। |
मधुबनी, ठंड शुरू होते ही शहर में तिलकुट की दुकानें सज गयी है। गया, पटना और छपरा के कारीगर तिलकुट बनाने पहुंचे हैं। इसबार खोआ तिलकुट के साथ गुड़ वाले तिलकुट की अधिक डिमांड है। कारीगारों ने डायबिटीज वालों के लिए बाजार में स्पेशल तिलकुट बनाया है। शहर के बाटा चौक पर
सुबह से देर रात तक कारीगर विभिन्न प्रकार के तिलकुट बना रहे हैं। बाटा चौक स्थित एक तिलकुट दुकानदार ने बताया कि मकर संक्रांति पर सबसे अधिक तिलकुट की बिक्री होती है। लेकिन ठंड बढ़ने के कारण लोग अपने पंसद के तिलकुट खरीद रहे हैं। बताया कि गुड़, चीनी व तिल के दाम में वृद्धि का तिलकुट के दाम पर भी असर पड़ा है। फिर भी कोशिश की गई है कि पिछले साल की तरह ही सभी आईटम का दाम रहे। बाजार में दो सौ से छह सौ रुपये किलो का तिलकुट उपलब्घ है। खोआ वाला तिलकुट 600 रुपये प्रति किलो, सुगर फ्री तिलकुट 400 रुपये किलो, गुड़ वाला तिलकुट 300 रुपये किलो एवं जेनरल तिलकुट दो सौ रुपये किलो बिक रहा है। जिले के विभिन्न प्रखंडों के साथ पड़ोसी राष्ट्र नेपाल से भी लोग मनपंसद तिलकुट खरीदने मधुबनी आते हैं। मकर संक्रांति पर कारीगर दिनरात काम करते हैं फिर भी आर्डर पूरा नहीं हो पाता है।