मधेपुर, मधेपुर प्रखंड मुख्यालय में स्थायी बस पड़ाव नहीं रहने के कारण लोगों को काफी दिक्कत होती है। यह परेशानी वर्षों से बनी हुई है। वाहनों के सड़क किनारे बेतरतीब ढंग से खड़े रहने व हॉर्न की तेज आवाज से आम—अवाम हलकान हैं। करीब चार दशक से मुख्य सड़क के किनारे बस, मैक्सी, जीप, टेम्पो, ट्रेकर आदि वाहन लगाने से आवागमन बाधित होता रहता है। पर्व—त्योहार व शादी—ब्याह के समय में तो स्थिति और भी नासूर बन जाती है।
सड़क किनारे बस लगे रहने के कारण बराबर सड़क जाम की समस्या से लोगों को जूझना पड़ता है। बराबर लगने वाली सड़क जाम से लोगों को दिक्कत होती है। जाम में फंसे लोग आकुल—व्याकुल हो जाते हैं। खासकर गर्मी माह में तो जब सड़क—जाम लगती है तो आम—अवाम की दिक्कतें और बढ़ जाती है। प्रखंड पंचायत समिति(बीडीसी) की बैठक में भी स्थायी बस पड़ाव की मांग पूर्व में उठ चुकी है। लेकिन, अभी तक समस्या का समाधान नहीं हो सका है। डीएम ने समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया था।
मधेपुर से पटना, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, सुपौल, भेजा, जमालपुर, तमुरिया, बाथ—तरडीहा आदि जगहों के लिए प्रतिदिन सौ के करीब वाहन खुलते हैं। स्थायी बस पड़ाव नहीं रहने के कारण वाहन चालक मजबूरी में सड़क किनारे बस, ट्रेकर, जीप, टेम्पो आदि वाहन खड़ा कर देते हैं। स्थानीय लोगों का कहना हैं कि मधेपुर बाजार एवं प्रखंड सह अंचल कार्यालय तथा लक्ष्मीपुर चौक से मधेपुर बाजार जाने वाली गाड़ियां इसी एकमात्र सड़क होकर आती—जाती है। इसलिए सड़क किनारे बस स्टैंड रहने से न केवल परेशानी होती है बल्कि दुर्घटना का खतरा भी बना रहता है।
लोग बताते हैं कि 1982—83 से बस पड़ाव लक्ष्मीपुर चौक एवं मधेपुर बाजार के बीच रास्ते के किनारे लगती आ रही है। वाहन चालक सड़क एवं उसके किनारे जहां—तहां बस व अन्य गाड़ियां खड़ा कर देते हैं। स्थायी बस स्टैण्ड एक समस्या बनी हुई है। प्रशासन को चाहिए की इस समस्या का समाधान शीघ्र किया जाए। लोगों ने प्रशासनिक अधिकारियों से शीघ्र इस समस्या का समाधान करने की मांग की है।