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पायलट कोर्स पास करने के बाद अपने माता पिता के |
हरलाखी, सच्ची लगन व मेहनत साथ हो तो आसमां में भी मंजिल मिल सकती है। अपने सपने को साकार करने के लिए हरलाखी के लाल ने कुछ ऐसा ही मुकाम हासिल किया है। हरलाखी के हरसुवार गांव का अंकित कुमार झा का बचपन से ही प्लेन उड़ाने का सपना था। इसको साकार करने के लिए उसने कड़ी मेहनत की और अब वह इंडियन एयरफोर्स में फाइटर प्लेन सुखोई 30 उड़ाने के लिए तैयार है।
सुभाष झा के 22 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार झा ने भारतीय वायुसेना में युद्धक विमान पायलट फ्लाइंग ऑफिसर बनकर गांव व प्रखंड सहित जिले का भी मान बढ़ाया है। अंकित को मिली इस सफलता से पिता सुभाष झा, माता उषा झा दादा नागेन्द्र झा, दादी शीला देवी, चाचा प्रकाश झा, प्रताप झा, चाची अंजू झा, रिंकू झा, बहन अनुष्का झा, अम्बिका झा, शिल्पा झा, शिल्पी झा, भाई अभिषेक झा, अवधेश झा, अनुराग झा, बुआ मीणा झा, फूफा नन्दशेखर झा, गाम दादी रबैर देवी सहित पुरे परिवार व गांव में खुशी का माहौल बना हुआ है।
आसपास के लोग अंकित के घर पर आकर उनके दादा दादी को बधाई दे रहे हैं। ग्रामीण रिटायर्ड विधानसभा अपर सचिव राधेश्याम झा, सुशील कुमार झा, रामप्रवेश झा, भूपनारायण झा, बाबू साहेब झा, अमरनाथ झा, दिगंबर झा, प्रजापति झा, गौरीशंकर झा, कामदेव झा, गोविन्द झा, नारायण झा व बलेन्द्र झा आदि ने अंकित की सफलता पर हर्ष जताया है।अंकित अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता परिवार के लोगों के अलावा गुरुजनों को दे रहे हैं।
अब देश का सुरक्षा चीफ बनने का है सपना
अंकित ने अब देश का सुरक्षा चीफ बनने की इच्छा जताई है। पिता सुभाष झा ने कहा यह सफलता उसके देश की सुरक्षा के प्रति रूचि व कठिन परिश्रम का परिणाम है। अंकित बचपन से ही हवाई जहाज देखने व उसमें सफर करने के प्रति रूचि व्यक्त करता था। अंकित की मां उषा झा गर्व करते हुए कहती है कि हमारा बेटा आगे चलकर पूरे देश का नाम रोशन करेगा।
संघर्ष से भरा है अंकित के सपनों का सफर
वर्ष 2016 में मैट्रिक व 2018 में बारहवीं की परीक्षा उत्तीर्ण होने के बाद अंकित 22 अप्रैल को संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित अखिल भारतीय एनडीए की लिखित परीक्षा में शामिल हुए। मेहनत के बल पर अंकित को सभी परीक्षाओं में सफलता मिलती गई और अंकित ने राष्ट्रीय रक्षा एकेडमी के त्रिस्तरीय परीक्षा में 36 वां रैंक हासिल कर लिया। उसके बाद चार वर्षों के कठिन प्रशिक्षण के बाद भारतीय वायुसेना एकेडमी हैदराबाद में आयोजित 210 वें पायलट कोर्स के दीक्षांत समारोह में फ्लाइंग अफसर बनकर वायुसेना के सुखोई विमान उड़ाने के लिए गौरवशाली सफलता प्राप्त कर ली है।